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Sunday 31 January 2016

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10 Things Can Change Your Life : 10 बातें जो बदल दे आपकी जिंदगी...!!!

10 Things Can Change Your Life

 1. Importance of Education in Life:

आज व्यक्ति ज्ञान पाने को इच्छुक नज़र आता है. वह ज्ञान को Books में खोजता है, उपाधियों में पता है. Education के पश्चात् वह Doctor, Engineer अथवा Administrative Post पाने की लालसा भी रखता है. लेकिन क्या यही ज्ञान प्राप्ति के उद्देश्य हैं? यदि ज्ञान आपको मनुष्यता की राह पर नहीं लाता तो वह आपको स्वार्थी (Selfish) बना रहा है. वह आपको Self-Oriented Life जीने को प्रेरित कर रहा है. अतः Educated Person बनने के पश्चात् यह ज़रूरी है कि आप सही अर्थों में मनुष्य बनें और मानवता की सेवा का जज़्बा आप में उदित हो.

2. Importance of Time in Life:

Social Behavior का ज्ञान रखने वाला व्यक्ति जब आपके Personality को परखते हैं तो वह यह जानने का प्रयत्न करते हैं कि आप Time को कितना Importance देते हैं अथवा समय की उपयोगिता आपके लिए क्या है? अतः लोगों के साथ समय के पाबंद रहें और कर्म के प्रति निष्ठावान रहें. समय का सदुपयोग करें और निष्क्रिय रहते हुए समय नष्ट न करें. उचित समय पर कार्य आरम्भ करें और कतई भी Careless होकर न करें कि आपको पुनः उस कार्य पर समय व्यतीत करना पड़े.

3. Importance of Challenge in Life:

जिंदगी कि सीधी राहों पर चलना कतई भी मुस्किल नहीं है. लेकिन टेढ़ी-मेढ़ी राहों पर ही आपके Skills और Personality की Real Examination होती है. Social Behavior Person एवम् Experience Person आपको तब ज्यादा परखते है जब आप Challenge को Accept करने की दिशा में अग्रसर होते हैं. अतः यह आपके लिए आवश्यक है कि जब Life में Challenge अथवा अवसर प्राप्त हो, आप उसे दोनों हाथों से थाम लें. स्वयं को जानने का एकमात्र मार्ग यही है कि आप Difficult Situation में से अपने Skill को गुजरने की इजाजत दें.

4. Importance of Judgment in Life:

हमारे Life में ऐसे कई अवसर आते हैं, जब हमें किसी व्यक्ति विशेष के बारे में कोई Judgment करने की आवश्यकता होती है. यह भी हो सकता है कि दो व्यक्तियों के मध्य का वाद-विवाद (Debate) आपको सौंप दिया जाता है. ऐसे में आपका यह Responsibility बनता है कि मध्यस्तर की भूमिका में आप तटस्थ रहें और पूर्वाग्रह के आधार पर कोई भी Judgment न करें. सदैव याद रखें कि लोक व्यहवारी की निर्णय शक्ति में प्रभाव अवश्य ही होना चाहिए. किसी भी बात का फैसला करने से पूर्व सिक्के के दोनों पहलुओं पर विचार करना आवश्यक होता है. निर्णय करते समय इंसानियत का प्रकाश कम न होने दें, यही उत्तम Social Behavior माना जाता है.

5. Importance of Love in Life:

Love... दुनिया का सबसे पावन शब्द है जो वस्तुत “माँ” शब्द के पश्चात् सबसे पवित्र माना जाता है. आपकी ज़िन्दगी में प्रेम के क्या मायने हैं, यह आपका Character साबित करता है, आपके विचार नहीं. यदि आपको किसी से प्रेम है तो आप पाएंगे कि उसके प्रति आप Normal हैं और उसके Mistakes को भी क्षमा कर देते है. उसकी तकलीफ और उसकी आवश्यकता आपको विचलित कर देती है और आपकी Utmost कोशिश रहती है कि उसे तकलीफ न हो और उसकी आवश्यकता की पूर्ति हो जाए. लेकिन प्रेम का भाव Self-Refreshing होता है. सात फेरों या सात वचनों से आप रिश्ता तो पातें हैं लेकिन वह कर्तव्य (Duty) का होता है, जबकि प्रेम किसी बंधन का नाम नहीं है. प्रेम के लिए कोई रिश्ता हो, यह भी आवश्यक नहीं, क्योंकि प्रेम आप एक पालतू जानवर (Dog, Cat, Horse Etc.) से भी कर सकते हैं.

6. Importance of Courage in Life:

Social Behavior को संतुलित बनाए रखने के लिए जब आप अपने Personality को अनुकूल बनाने का प्रयास करते हैं तो आपको यह याद रखना होगा कि व्यक्तित्व की सभी दिशाओं को चमकाया जाए. यदि आप अपने व्यक्तित्व एक भी दिशा को रिक्त छोड़ देते हैं तो वह दिशा आपके Personality की अन्य दिशाओं को भी दूषित कर देगा. बेशक यह Difficult Work है, लेकिन यह याद रखें कि महानता भी Difficult Situation को Solve करने से ही प्राप्त होती है. फिर मानव यदि हिम्मत करे तो वह क्या नहीं प्राप्त कर सकता?

7. Reduce Laziness in Life:

यदि आप आलस्य की गोद में पड़े हैं तो महानता के Horizon की बात जाने ही दें, आप छत पर लगे मकड़े के जाले को भी स्पर्श नहीं कर सकते. आलस्य ऐसा संक्रामक रोग (Infectious Disease) है, जो आपके अन्य Good Qualities को भी खत्म कर देता है. आलस्य आपका सबसे बड़ा शत्रु है. यदि आपने आलस्य से दोस्ती कर ली है तो समझ लें कि आपने पूरी दुनिया से दुश्मनी कर ली. Lazy Person का प्रत्येक गुण एवम् एश्वर्य शीघ्र ही Destroy हो जाता है. आलस्य का कोई भी व्यक्तिगत गुण (Personal Attributes) नहीं है. अतः आलस्य का त्याग करें.

8. Importance of Honesty And Altruism in Life:

आपका दिल कैसा है? Social Behavior आपके दिल में बसी Honesty एवम् सहायता के भाव से प्रभावित होते हैं. उन्हें इस बात से कोई भी फर्क नहीं पड़ता है कि आप धन कुबेर (Rich) हैं या किसी देश के Highest Post पर हैं. यदि ईमानदारी और परोपकारिता (Altruism) आपके दिल में धड़क रही है तो आप दुनिया के सबसे गरीब व्यक्ति होने के पश्चात् भी लोक व्यहवार की दृष्टि से आप Great Person हैं.

9. Importance of Good Character in Life:

आपका Character... अर्थात् जिन आदेशों को लेकर आप जीवित हैं, उन आदेशों के प्रति आपका अटूट समपर्ण ही आपका Character कहलाता है. अतः अपने Character के प्रति Strong रहें और प्रलोभनों के माध्यम से होकर गुजर जाएँ. Social Behavior की कला का प्रथम एवम् अंतिम उद्देश्य भी यही है कि व्यक्ति Advanced एवम् Strong Character का स्वामी बने.

10. Importance of Self-Confidence in Life:

धारा के साथ तो सभी तैर सकते हैं, पर अच्छा तैराक वही होता है जो धारा के विरुद्ध भी तैर सके. साधारण स्थितियों में व्यक्ति अपना Self-Confidence बना कर रखता है, यह अच्छी बात है. लेकिन विपरीत Situations में भी आत्मा को अनुशासित रख पाये, यही Challenging होता है. अक्सर होता यही है कि हमें जहाँ Challenge से गुजरना होता हैं, वहाँ हम पीछे हट जाते हैं. हमें चाहिए कि हम Challenge का सामना पूरे Self-Confidence के साथ करें.

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Thursday 31 December 2015

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Sanjay Sethi की Success Story (Co-Founder & C.E.O. of Shopclues) in Hindi

आज के युवाओं कि सबसे बड़ी Problem यह है की हम कुछ अलग करने की नहीं सोचते हैं. India में यह बहुत बड़ी समस्या है की आज हमें जो कुछ भी मिल जाता है उस पर ही संतुष्ट हो जाते हैं खुद से कुछ हांसिल करने कि कोशिस नहीं करते. हमारे जीवन में कुछ अलग करने कि ललक है ही नहीं. लेकिन यह बात किसी महापुरुष ने कहा है कि “जिसके जीवन में कुछ अलग करने कि चाह न हो और वह अपनी घिसीपिटी जिंदगी से ही खुश हो तो वह आदमी कभी भी Success के मुकाम को हांसिल नहीं कर सकता.”

आईये हम जानते हैं Sanjay Sethi के बारे में जानते हैं जिन्होंने अपनी जिंदगी में कुछ अलग करते हुए Shopclues जैसी Online Marketing Company की नीव रखी और उसे सफलता की ऊंचाई तक उसे पहुँचाया.

Success Story of Sanjay Sethi (Co-Founder & C.E.O. of Shopclues)

America में बेहतरीन Career छोड़कर Sanjay Sethi India लौटे और अपने चार दोस्तों के साथ शुरु कि अपनी नई Company. महज चार साल के अन्दर Shopclues ने Online Market में बनाई खास जगह.

पढाई कुछ और ही की थी रास्ता कुछ और चुन लिया. और जो रास्ता चुना, उस पर Success की ऐसी Story दर्ज करते गए कि आज उनकी Story सब सुन रहे हैं.

Shopclues के Co-Founder और C.E.O. Sanjay Sethi ने महज चार साल पहले 2011 में इस Online Market – Shopclues की शुरुआत की थी. आज कि भागमभाग भरी जिंदगी में जब किसी के पास Market जाने का वक्त नहीं है, दिन के 24 घंटों में से केवल नींद के समय को छोड़ कर लोग हर समय Mobile और Computer पर Online रहते हैं. ऐसे में बाजार खुद उनके घर आ गया है. Sanjay कहते हैं, “Shopclues अन्य Websites से इसी मायने में अलग है, Shopclues Shopping Mall और बड़ा बाज़ार कि तरह है जहाँ सबके लिए सबकी जरुरत और खरीद क्षमता के मुताबिक सब कुछ मिलता है.”

Uttar Pradesh के शहरों Allahabad, Varanasi, Jhansi और Lucknow में जब Sanjay बड़े हो रहे थे तो Computer और हमारी जिंदगी में इतने तूफानी ढंग से Enter नहीं हुआ था. एक सामान्य Middle Class Family के मेधावी बच्चे कि तरह B.H.U से Mechanical Engineering कि पढाई की और SAIL (Steel Authority of India Limited) में नौकरी करने लगे. लेकिन दिल के अन्दर अगर कोई बेचैनी हो और हमेशा कुछ नया सीखते रहने कि ललक हो तो कोई इन्सान कैसे शांत बैठ सकता है. 1996 में IIT Delhi में पहली बार Computer Science में एक साल का एक Course शुरू किया. Sanjay उसके पहले Batch के Student थे. उन्ही के शदों में, “Computer तब नया-नया आया था. IIT में पढने के बाद मेरी जिंदगी कि दिशा बदल गई. फिर मैंने Mechanical Engineering की तरफ पलट कर नहीं देखा”

इसके बाद Sanjay America चले गए. और 14 साल के लिए वहीँ के हो कर रह गये. California में Ebay में काम करने के दौरान उनके मन में अपना कुछ काम करने का खायाल आया वे कहते हैं, “Ebay तब World का सबसे बड़ा Online Market था, लेकिन वहाँ काम करना बहुत ही Boring हो गया था. Ebay India के Online Market को पकड़ने में भी नाकाम रहा था. ऐसा न होता तो Flipkart, Snapdeal जैसी Companies के जमीन नहीं तैयार होती.

Sanjay को लग रहा था कि Indian Online Market का एक बड़ा सा हिस्स अभी भी अनछुआ है. पर America छोड़ने का फैसला आसन नहीं था. उसके पास America की नागरिकता (Citizenship) थी. Job, Safety, बच्चों का बेहतर Future. India लौटने का मतलब था इन सब को दाव पे लगा देना, लेकिन आखिरकार Sanjay ने कठिन रास्ता चुना.Sanjay ने अपने दोस्तों Sandeep, Radhika Agarwal और Mrinal Chatterjee के साथ मिलकर Gurgaon में महज 800 Sq.Ft. की जगह में अगस्त, 2011 में Shopclues की शुरुआत कि. एक साल बाद January 2012 में जब Shopclues पहली बार Online हुआ तो उनके यहाँ महज 15 लोगों की Team थी. पहले दिन उनके पास 2 Order आए थे. Sanjay उन दिनों की याद करते हैं, “शुरू में तो दिन के 3-4 Order ही आते थे. कई बार तो दिन भर में एक भी Order नहीं होता था”

उस दिन से लेकर आज Shopclues की कहानी कुछ यूँ बदली है कि अब Everyday 80,000 से लेकर 1 Lakh 50 Thousand तक Order आते हैं. महज 20 Merchant से शुरू हुआ सफ़र 3 Lakh Merchant पर पहुँच गया है. Sanjay बताते हैं, “इस साल के अंत तक Merchant की संख्या 5 Lakh से ऊपर हो जाएगी.” कंपनी में 1,000 Employee हैं. सारी Saving लगाकर शुरू की गयी Company इस vittवर्ष के अंत तक 1.2 Billion Rupees की हो जाने की उम्मीद है.

आखिरकार ऐसा क्यूँ है कि जब इतनी संख्या में बड़े खिलाड़ी Online Marketing में दांव आजमा रहे हैं, तब भी Shopclues की Development और Reputation बढती जा रही है. Sanjay ने कहा कि, “उसका कारण है Trust और अपने Customers के साथ एक Emotional Relations.”

वे एक घटना का ज़िक्र करते हैं: “January में Company शुरू हुई थी और February में ठीक Valentine Day के मौके पर हम Problem में फंस गए. हमारे पास 300 Bouquet के Order थे और दुकानवाला आखरी मौके पर भाग गया . हमारी विश्वसनीयता (Reliability) दांव पर लगी थी. आख़िरकार हम खुद भागे-भागे Old Delhi के Market में गये और एक साथ 300 Teddy Bear और Chocolate के Packet खरीद लाये. पूरी रात जागकर उन्हें Pack किया और Customers के सन्देश के और अपने माफीनामे के साथ उन्हें भेजा.” उस दिन को याद करते हुए उनकी आँखें उत्साह से चमकने लगती हैं, “रातोरात Three Hundred Packet तैयार करके Courier किए गये थे.” इस घटना का Positive Effects पड़ा. Social Media पर भी Shopclues के पक्ष में एक माहौल तैयार हुआ. Shopclues ने India में Online Market के स्वरुप को बिल्कुल बदलकर रख दिया. यह इसी कि बदौलत संभव हो सका कि आज एक छोटे शहर के मामूली दुकानदार के लिए भी अपने Products को Online बेचना संभव हो गया है. Sanjay कहते हैं, “हमारा Focus ही Two और Three टियर शहरों पर हैं. महानगरों से ज्यादा बड़ा बाज़ार वहां है. बेचने और खरीदने वाले दोनों. लेकिन ज़रूरत है कि उनकी खरीद क्षमता के मुताबिक Products उन तक पहुंचाने कि.” Shopclues यह काम बखूबी कर रहा है.



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Tuesday 29 December 2015

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The key of Success - Positive Thinking सकारात्मक सोंच In Hindi Motivational Story

Unsuccessful को Success बनाने में Positive Thinking का महत्व ही सबसे ज्यादा होता है. आज लोगों के दिमाग में यह Negative Thinking घर कर जाती है की Success को पाना बहुत ही मुस्किल काम है
लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है अगर आप Positive Thinking के साथ कड़ी मेहनत करें तो Success को पाना बिल्कुल ही आसन हो जायेगा और इतना ही नहीं Success आपके कदम चूमेगी. “यह बिल्कुल भी Important नहीं है कि कल आप क्या थे अथवा आज आप क्या हैं और किस Stage पर हैं. सबसे Important यह है कि आप कल के लिए क्या सोचते हैं और कल क्या बनना चाहते हैं.”

आज के दौर में जहाँ Youngsters के सामने Jobs की Problem Monster का रूप धारण किए हुए खड़ी है, वहां उनका जल्दी ही Disappointed हो जाना तथा उचित Job न मिलने पर Frustration से भर जाना सामान्य सी बातें हैं. इस स्थिति से Self-Confidence, स्वप्रेरणा, Struggle करने की क्षमता, जल्दी Decision लेने की Ability तथा Situations के हिसाब से खुद को ढालने की कला ही छुटकारा दिला सकती हैं, ये गुण छोटे या मामूली Realized हो सकते हैं, परन्तु लोगों को प्रायः यह अहसास नहीं हो पाता है कि उनमें ये गुण कितनी क्षमता (Efficiency) के साथ Present हैं. यदि हम Struggle Efficiency की बात करें तो ऐसे हजारों उदाहरण दिख जाएँगे, जब किसी व्यक्ति ने अत्यंत छोटे स्तर से काम शुरु करके Unlimited Heights हासिल कीं. हर प्राणी में विषम Situations से जूझने की अदम्य Power होती है. जरुरत है खुद को पहचानने की और Life में संघर्ष से भागने के बजाय Positive Thinking पैदा करने की. यदि व्यक्ति अपने जीवन के हर मोड़ पर Positive Thinking रखे तो पता चलेगा कि उसकी आधी से ज्यादा Problems तो खुद-ब-खुद Solved हो गई.

आशंकाओं के साथ किया हुआ कोई भी काम Success नहीं होता, जबकि Good Thinking के साथ किया गया कोई भी प्रयास कभी भी Unsuccessful नहीं होता. World में दो ही प्रकार के लोग हैं, एक वह जो Successful हैं और दुसरे वह जो Unsuccessful हैं. लेकिन आपको यह सोचना चाहिए कि कुछ व्यक्ति Unsuccessful क्यों होते हैं और कुछ लोग Always Successful कैसे हो जाते हैं? इसके पीछे प्रमुख कारण होता है व्यक्ति का नजरिया. काम और जीवन के प्रति व्यक्ति का दृष्टिकोण उसके आगे बढ़ने या पीछे हटने में Effective Role निभाता है. आप किसी काम में कितने भी निपूर्ण क्यों न ह्नों, आपकी योग्यता चाहे जो हो और आपकी रूचि रुझान कुछ भी हो, जो चीज आपकी Success सुनिश्चित करती है, वह है आपका Attitude.

लेकिन हम में से कितने लोग अपने काम को उत्साहपूर्वक कर पाते हैं? बहुत काम. फिर भी हम कहते हैं कि फलां Interview में नहीं चुने गए या Promotion नहीं पा सके. हारने से जीत मिलती हो ऐसा तो नहीं है फिर भी कुछ खोकर कुछ तो प्राप्त किया जा सकता है, यह बात विरोधाभासी लग सकती है, लेकिन है नहीं. हम मनुष्य हैं और थोड़ी बहुत असफलता मिलना आम बात है. कोई भी व्यक्ति अपने सारे कामों में 100% Success नहीं पा सकता.

जीवन में कभी न कभी हर कोई Unsuccessful होता है. दूसरे शब्दों में असफलताओं के Pillars पर ही टिकी होती है Success. विजेता हार-जीत के अपने अनुभावों को Analysis करके अपने लिए Success होने का Formula खोज लेतें हैं. इसके अनुरूप ही वे अपने Behavior और कार्य में सुधर ला पाते हैं. फर्क सिर्फ यह होता है कि एक Winner जब कोई Mistake करता है तो उसे Accept कर लेता है कि हाँ मुझसे गलती हुई और एक Unsuccessful Person कहता है कि यह मेरी गलती नहीं थी.



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